आकार के आधार पर कंप्यूटरों के प्रकार – Types of Computers based on size
आज वर्तमान समय में विशाल सुपर कंप्यूटर से लेकर हाथ की कलाई में पहनने तक के लिए कंप्यूटर विकसित कर लिए गए हैं। मुख्यतः आकार के आधार पर कंप्यूटर को पाँच वर्गों में विभाजित किया गया है। जिनका संक्षिप्त विवरण नीचे है-
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आकार के आधार पर कंप्यूटरों के प्रकार | Types of Computers based on size
कंप्यूटर को उनके आकार के हिसाब से 5 भागो में वर्गीकृत किया गया है जिनका विवरण नीचे दिया गया है-
माइक्रो कम्प्यूटर (Micro Computers)
सन् 1970 में तकनीक के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी आविष्कार हुआ। जिसका नाम माइक्रोप्रोसेसर (Microprocessor) था। जिसके प्रयोग से कम्प्यूटर सिस्टम काफी सस्ते हो गये। ये कम्प्यूटर आकार में इतने छोटे होते थे कि इन्हें डेस्क (Desk) पर या ब्रीफकेश में आसानी से रखा जा सकता था। ये छोटे कम्प्यूटर माइक्रो कम्प्यूटर कहलाते हैं। माइक्रो कम्प्यूटर कीमत में काफी सस्ते और आकार में छोटे होते हैं इसलिए ये Personal use के लिए घर या बाहर किसी भी कार्य के लिये किया जा सकता है इसलिए इसे Personal Computer या PC भी कहते हैं।
वर्तमान में माइक्रो कम्प्यूटर फोन के आकार, पुस्तक के आकार वा घड़ी के आकार तक में उपलब्ध है। इसकी कीमत 15-20 हजार से लेकर 1 लाख तक होती है। इन कम्प्यूटर की क्षमता लगभग 1 लाख संक्रियाएँ प्रति सेकण्ड होती हैं।
माइक्रो कम्प्यूटर के कई प्रकार होते हैं जैसे- डेस्कटॉप (Desktop), लैपटॉप (Laptop), पामटॉप (Palmtop) आदि।
मिनी कम्प्यूटर (Mini Computers)
ये कम्प्यूटर मध्यम आकार के कम्प्यूटर होते हैं। मिनी कम्प्यूटर माइक्रो कम्प्यूटर की तुलना में अधिक कार्यक्षमता वाले होते हैं। मिनी कम्प्यूटरो की कीमत माइक्रो कम्प्यूटर से अधिक होती है और ये व्यक्तिगत रूप से प्रयोग में नही लिए जा सकते हैं। इन्हें छोटी या मध्यम स्तर की कंपनियाँ काम में लेती हैं। इस कम्प्यूटर पर एक से अधिक व्यक्ति काम कर सकते हैं। इसमें एक से अधिक CPU होते हैं तथा इनकी मेमोरी और गति माइक्रो कम्प्यूटर से अधिक और मेनफ्रेम कंप्यूटर से कम होती है।
Mini Computer का उपयोग मध्यम स्तर की कम्पनी में कर्मचारियों के वेतनपत्र तैयार करना, वित्तीय खातों का रख-रखाव, लागत-विश्लेषण, बिक्री-विश्लेषण और उत्पादन-योजना आदि के लिए किया जाता है। इसके अलावा यातायात में यात्रियों के लिए आपक्षण-प्रणाली का संचालन और बैंकों में बैंकिंग के कार्य में किया जाता है।
सबसे पहला Mini Computer PDF-8किसी Refrigerator के आकार का, 18000 डॉलर का बना था जिसे Digital Equipment Corporation ने सन् 1965 में बनाया था।
मेनफ्रेम कम्प्यूटर (Mainframe Computers)
मेनफ्रेम कम्प्यूटर आकार में बहुत बड़े और साथ ही इनकी स्टोरेज-क्षमता भी अधिक होती है। इनमें अधिक मात्रा के डाटा पर तीव्रता से Process करने की क्षमता होती है, इसलिए मेनफ्रेम कम्प्यूटर का उपयोग बड़ी कम्पनियाँ, बैंक तथा सरकारी विभाग एक केन्द्रीय कम्प्यूटर सिस्टम के रूप में किया जाता है। Mainframe Computers को एक Network या Micro Computers को परस्पर जोड़ा जा सकता है। ये चौबीसों घंटे कार्य कर सकते हैं।
इन कम्प्यूटर का उपयोग अधिकतर कम्पनियाँ, ग्राहको द्वारा खरीद का रिकार्ड रखना, Payments का रिकार्ड रखना, बिलों को भेजना या रखना, नोटिस भेजना, कर्मचारियों के Payments करना और टैक्स की विस्तृत जानकारी रखना आदि जैसे कार्यों के लिया किया जाता है।
वर्कस्टेशन (Workstation)
ये विशेष रूप से जटिल कार्यों के लिये प्रयोग में लाये जाते हैं। ये साइज में माइक्रो कम्प्यूटर के ही समान होते है लेकिन उससे अधिक शक्तिशाली होते हैं इनमें माइक्रो कम्प्यूटर के सभी गुण पाये जाते हैं और इसमें एक समय में 1 यूजर ही यूज कर सकता है। वर्कस्टेशन का प्रयोग मुख्य रूप से वैज्ञानिकों, इंजीनियर्स आदि द्वारा होता है।
सुपर कम्प्यूटर (Super Computer)
सुपर कंप्यूटर दुनिया के सबसे तेज कंप्यूटर होते हैं जो Data को बहुत तेजी से प्रोसेस कर सकता है। एक कंप्यूटर एक सामान्य कंप्यूटर की तुलना में हजारों गुना ज्यादा फास्ट काम करता है। इसीलिए इसे Supercomputer कहा जाता है। Supper Computer के बारे में और अधिक पढ़ें…
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